बीकानेर, प्रदेश के राजकीय माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थी राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की राजस्थानी मासिक पत्रिका ‘जागती जोत’ के माध्यम से राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने प्रदेश के राजकीय माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों के पुस्तकालयों-वाचनालयों में जागती जोत को नियमानुसार क्रय करने की समस्त मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को अनुशंसा की है।
उल्लेखनीय है कि अकादमी अध्यक्ष व संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज कुमार पवन ने राजकीय माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों तक राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार की दिशा में जागती जोत की उल्लेखनीय भूमिका के संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखा था। डॉ. पवन ने बताया कि गत पांच दशकों से निरंतर प्रकाशित हो रही जागती जोत में देश के लब्धप्रतिष्ठ विद्वानों के साहित्यिक-सांस्कृतिक शोध आलेख व विभिन्न विधाओं की रचनाएं प्रकाशित की जाती हैं। अकादमी सचिव शरद केवलिया ने बताया कि जागती जोत में समय-समय पर महापुरुषों के व्यक्तित्व-कृतित्व पर आधारित विशेषांकों का प्रकाशन भी किया जाता है।
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