लोग बनवा रहे तत्काल में टिकट- नहीं होता रिफंड
जयपुर । पूरे प्रदेश में लगभग सभी कक्षाओं की परीक्षाओं के बाद परीक्षा परिणाम 16 तारीख को घोषित हो चुके हैं । गर्मी के अवकाश 30 जून तक घोषित किए जा चुके हैं । पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के बीच लोग अब गर्मी की छुट्टियों में घूमने का प्लान बना रहे हैं । पिछले 2 साल के कोरोना काल के कारण अधिकांश लोग छुट्टियों में घूमने नहीं जा सके । इसलिए लोग अब छुट्टियों में विभिन्न पर्यटन स्थलों पर और धार्मिक स्थलों पर घूमने की योजना बना रहे हैं । लेकिन लोगों को ट्रेनों में रिजर्वेशन नहीं मिल रहा है । लोग तत्काल में टिकट बनाने के लिए विवश हैं लोगों की मांग है कि रेलवे प्रशासन को ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान दौरान यात्री भार को देखते हुए विशेष रेलगाड़ियों की व्यवस्था करनी चाहिए । राजस्थान के अधिकांश लोग मथुरा वृंदावन गिरिराज जी हरिद्वार ऋषिकेश आदि स्थलों पर घूमने के लिए जाते हैं लेकिन इन रूटों पर चलने वाली ट्रेनों में लोगों को आरक्षण नहीं मिल रहा है।
निजी ट्रैवल एजेंसियां सक्रिय
नीजी ट्रैवल एजेंसियां भी अपने बसों की संख्या बढ़ाने में लगी है लेकिन लोगों की पहली पसंद रेल से यात्रा करने की रहती है । उधर रोडवेज भी इसी और अपना प्लान बनाने में जुटी है। निजी ट्रैवल एजेंसी मिलन के प्रबंधक जतिन ने बताया कि उनकी एजेंसी द्वारा विभिन्न पर्यटन स्थलों के लिए लग्जरी गाड़ियां उपलब्ध है रेल टिकट बुकिंग के अधिकृत एजेंट नवीन ट्रैवल एजेंसी के नवीन सांखला ने बताया कि रेलवे में अब लोगों को सामान्य आरक्षण नहीं मिल पा रहा है क्योंकि छुट्टियों के कारण यात्री भार अधिक बढ़ चुका है और लोगों को मजबूरन तत्काल के टिकट बनवाने पड़ रहे हैं ।
तत्काल के टिकट का नहीं होता रिफंड
रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों ने यदि तत्काल का टिकट बनवाया है और यदि उनको अचानक अपनी यात्रा किसी कारणवश रद्द करनी पड़े तो रेल प्रशासन द्वारा तत्काल के टिकट का रिफंड नहीं किया जाता है इस वजह से लोगों को भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है
होटल व्यवसायियों को भी उम्मीद
होटल एंड रेस्टोरेंट व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि कोरोना के बाद इस वर्ष का सीजन उनके लिए लाभदायक साबित हो सकता है क्योंकि लोग अब लगातार होटलों के कमरे और अन्य सुविधाओं के लिए लगातार बुकिंग करवा रहे हैं । होटल और रेस्टोरेंट व्यवसाय से जुड़े अंबर वाला बीकानेर के संचालक रवि पुरोहित ने बताया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश में लोगों का विभिन्न पर्यटन स्थलों पर अधिक संख्या में आने से होटल और रेस्टोरेंट को भी भारी फायदा होने की उम्मीद है।