बीकानेर पश्चिम से नाल गांव तक की भूमि गोचर के लिए आरक्षित है ।लेकिन यह भूमि आबादी क्षेत्र में आ जाने के कारण अब भू माफियाओं की नजर इस पर है ।लोग इस पर कब्जे की नियत से बार-बार अतिक्रमण कर रहे हैं। गोचर सरंक्षण में लगे लोग इन अतिक्रमणकारियों को बार-बार वहां से हटाते रहते हैं । पिछले दिनों पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने इस गोचर भूमि के चारों और एक ऐतिहासिक दीवार बनाने का बीड़ा उठाया और लगभग इस काम में उनको सफलता मिली है । इसके बावजूद भी बहुत से लोग इस गोचर भूमि पर अतिक्रमण करने में बाज नहीं आ रहे हैं । कुछ गोचर भूमि पर सरकार द्वारा गैरकानूनी रूप से पट्टे भी जारी करने की शिकायत सामने आ रही है । गोचर भूमि पर अतिक्रमण और पट्टे जारी करने के विरोध में देवी सिंह भाटी ने अपनी पूरी टीम के साथ गोचर भूमि पर ही अनिश्चितकालीन धरना पिछले 13 जनवरी से प्रारंभ कर दिया है । इस धरने को बीकानेर की आम आवाम पूरा समर्थन दे रही है । लोगों का कहना है कि बीकानेर के पास सटी यह गोचर भूमि ही केवल गायों के लिए बची है यदि इस पर भी कब्जे हो गए तो गायों के लिए चरने का स्थान ही नहीं रह जाएगा । विभिन्न धर्मों के लोग इस धरने पर आकर अपना समर्थन दे रहे हैं और लोगों का हौसला बढ़ा रहे हैं । मंगलवार को श्रीधर जी गुरु जी महाराज भी इस धरने पर पहुंचे उन्होंने लोगों का हौसला बढ़ाया और आशीर्वाद दिया उन्होंने कहा कि गाय भारतीय संस्कृति का आधार है। उन्होंने कहा राजा महाराजाओं के राज के समय भी गोचर के लिए भूमि आरक्षित की जाती थी लेकिन आज के नेता और शासक वर्ग का गाय का महत्व न समझने के कारण गोचर भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर उनका कोई ध्यान नहीं है। धरने पर उपस्थित श्री राम किशन आचार्य ,देव किशन चांडक, अंशुमान सिंह भाटी आदि ने गुरु जी महाराज का माला पहनाकर स्वागत किया।