कोरोना की पहली दूसरी और अब तीसरी लहर के चलते पूरे देश में व्यापार जगत से जुड़े लोगों को जबरदस्त घाटे का सामना करना पड़ रहा है। लोग पिछले 2 सालों से अपने घाटे से उबर नहीं सके कि कोरोना की अब तीसरी लहर आ चुकी है । निम्न और मध्यम दर्जे के व्यवसायियों के सामने सबसे बड़ी समस्या है । क्योंकि कोरोना के कारण मध्यमवर्गीय लोगों का रोजगार छिन गया है । इसलिए बाजार में इन लोगों द्वारा की जाने वाली खरीदारी पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है । इससे मध्यम दर्जे के व्यापारियों क का काम लगभग चौपट हो चुका है इन लोगों इन लोगों के यहां काम करने वाले कार्मिकों को भी इन्होंने लगभग काम से हटा दिया है जिससे बेरोजगारी का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है सरकार का इन लोगों के बारे में अभी तक कोई रोडमैप तैयार नहीं किया गया है छोटे व्यापारियों के सामने सबसे बड़ी समस्या है कि सर्दी की वजह से लोग घरों से सुबह खरीदारी के लिए जल्दी नहीं निकलते हैं और कोरोना की वजह से दुकानों को रात को 8:00 बजे से पहले बंद करना पड़ रहा है जिससे ग्राहकी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है किराए की दुकानें लेकर अपना व्यवसाय करने वाले लोगों के सामने किराया तक चुकाना भारी हो रहा है।