बीकानेर,23 दिसंबर। एमएसएमई माइक्रो ,स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज की ओर से मां करणी बीएड कॉलेज नाल बीकानेर में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया । जागरूकता कार्यक्रम में युवाओं को केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारियां दी गई। कार्यक्रम में असिस्टेंट डायरेक्टर एमएसएमई जयपुर तरुण भटनागर ने बताया कि एम एस एम ई का प्रबंधन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा किया जाता है। इस सेक्टर का भारत के सामाजिक – आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है, यही वजह है कि इसे भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी भी कहा जाता है।
एमएसएमई में असिस्टेंट डायरेक्टर संजय मीणा ने भी विद्यार्थियों को एमएसएमई के अंतर्गत चलाए जा रही योजनाओं का ब्यौरा दिया। नाबार्ड बीकानेर के डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट मैनेजर रमेश तांबिया ने नाबार्ड की भूमिका के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं और उससे होने वाले लाभों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय मौजूदा उद्यमों पर सहायता प्रदान करने और नए उद्यमों को प्रोत्साहित करने संबंधी मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों और अन्य हितधारको के सहयोग से खादी ग्रामोद्योग और केयर उद्योग सहित इस क्षेत्र की वृद्धि और विकास को बढ़ावा देता है ।
उद्यमी जगदीप ओबेरॉय ने उद्यम जगत के गुर साझा किए। लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर वाई एन व्यास ने बैंक की कार्यप्रणाली एवं उद्यम क्षेत्र में महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विद्यार्थियों और शिक्षकों के साथ संवाद भी किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ मुदिता पोपली सहित स्टाफ डॉ रितु श्रीमाली, राकेश व्यास, रेखा वर्मा, रेणुका आचार्य, पंकज आचार्य, सरिता पुरोहित, डॉ पूनम मिड्ढा, राकेश पुरोहित, नरेंद्र कुमार स्वामी, सुधीर सिंह चंदेल ने आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन बीएसटीसी छात्र अध्यापिका रक्षित लांबा ने किया जबकि गरिमा आचार्य, इशा रंगा, साक्षी रंगा, शालिनी महात्मा, ममता सुथार,अलका कडेला, कनुप्रिया, सोनम सोलेरा आदि का विशेष सहयोग रहा।