बीकानेर, 21 जून। वरिष्ठ साहित्यकार एवं चिंतक डॉ. नन्दकिशोर आचार्य को आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर ने एमेरिट्स प्रोफेसर के रूप में आमंत्रित किया गया है। डॉ. आचार्य वहां गांधी, मानवाधिकार, अहिंसा तथा शांति आदि विषयों पर व्याख्यान देंगे। इससे पहले डॉ. आचार्य राजपुरिया कॉलेज में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष थे। यहां से सेवानिवृत्त होने के बाद छह साल तक महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में अतिथि लेखक के रुप में सेवाएं दे चुके हैं। इसके बाद प्राकृत भारती अकादमी जयपुर में अहिंसा-शांति ग्रंथमाला का संपादन कर चुके हैं। यहां से वे आईआईआईटी हैदराबाद में प्रोफेसर ऑफ एनिमेंस के रूप में कार्यरत थे। गत साढ़े तीन साल से वे प्राकृत भारती अकादमी जयपुर में कार्यरत रहे। इसके अलावा डॉ. आचार्य को विविध विधाओं में अपनी सृजनात्मकता के लिए केन्द्रीय साहित्य अकादमी, केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी, महात्मा गांधी सम्मान, सुब्रह्मण्यम भारती पुरस्कार, राजस्थान साहित्य अकादमी के मीरा पुरस्कार, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी तथा बिहारी पुरस्कार के अतिरिक्त अन्य कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से अलंकृत किया गया है।